एक मात्र विकल्प - अभ्यास
" शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी अलग-अलग स्वभाव और अलग-अलग बुद्धि के होते हैं। कोई पढ़ने में तेज तो कोई कमजोर भी होता है। परंतु जब दुनिया से जाता है तो लोगों में उसके विषय में अलग-अलग विचार होते हैं। इसीलिए यह कहा जाता है कि आप जन्म कैसे कमा कहां कमा किसके घर में लिए कमा यह महत्वपूर्ण नहीं है अपितु आप की मृत्यु कैसे हुई यह महत्वपूर्ण है। तभी तो आजाद भारत में महात्मा गांधी को मां भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, अंबेडकर कौन बिरसा मुंडा इत्यादि को लोग याद करते हैं, किसी राजा के पुत्र को नहीं।
इसके लिए मनुष्य को हमेशा चिंतनशील रहना पड़ता है और हमेशा अभ्यास करते रहना पड़ता है। जहां पर हम रहते हैं वहां का पूरा वातावरण स्वच्छ स्वस्थ कैसे रहे, और यह बहुत ही छोटे छोटे कार्यों से होता है। इसके लिए पहले आपके अपने अंदर की सफाई करनी पड़ती है और इसके लिए अपने शरीर के सफाई के साथ-साथ अपने घर अपने कपड़े अपने बाल नाखून के साथ-साथ अपने दिमाग की भी सफाई करनी पड़ती है और इसके लिए हमेशा हर एक काम का अभ्यास करते रहना पड़ता है। कहा भी गया है ,
करत करत अभ्यास ते जड़मति होत सुजान।
रसरी आवत जात ते सिल पर परत निशान।।
विद्यार्थी के लिए तो यह बात और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि कभी-कभी कोई विद्यार्थी मेधावी होता है कमा तो उसे लगता है कि मैं तो हर चीज को जानता हूं और फिर परीक्षा के समय थोड़ी मेहनत कर लूंगा फिर मुझे अच्छा नंबर लेने में कोई रोक नहीं सकता ऐसे लोग परीक्षा में अच्छे नंबर लाकर पास हो जाते हैं परंतु जिंदगी की परीक्षा में फेल हो जाते हैं क्योंकि इनकी प्रवृत्ति अभ्यास करने की नहीं होती है फिर भी वह कल के भरोसे पड़े रहते हैं जबकि ऐसे विद्यार्थियों के लिए कल भी नहीं आता। हितोपदेश में तो विद्यार्थियों के लिए स्पष्ट कहा गया है।
"काक चेष्टा बको ध्यानं , श्वान निद्रा तथैव च।
अल्पाहारी चा ग्य त्यागी विद्यार्थी पंच लक्षणम्।।"
(Braj Kishor Prasad Verma)
(Cheif Guest )
Director of KIDs Junior School,Tandwa
" शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी अलग-अलग स्वभाव और अलग-अलग बुद्धि के होते हैं। कोई पढ़ने में तेज तो कोई कमजोर भी होता है। परंतु जब दुनिया से जाता है तो लोगों में उसके विषय में अलग-अलग विचार होते हैं। इसीलिए यह कहा जाता है कि आप जन्म कैसे कमा कहां कमा किसके घर में लिए कमा यह महत्वपूर्ण नहीं है अपितु आप की मृत्यु कैसे हुई यह महत्वपूर्ण है। तभी तो आजाद भारत में महात्मा गांधी को मां भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस, अंबेडकर कौन बिरसा मुंडा इत्यादि को लोग याद करते हैं, किसी राजा के पुत्र को नहीं।
इसके लिए मनुष्य को हमेशा चिंतनशील रहना पड़ता है और हमेशा अभ्यास करते रहना पड़ता है। जहां पर हम रहते हैं वहां का पूरा वातावरण स्वच्छ स्वस्थ कैसे रहे, और यह बहुत ही छोटे छोटे कार्यों से होता है। इसके लिए पहले आपके अपने अंदर की सफाई करनी पड़ती है और इसके लिए अपने शरीर के सफाई के साथ-साथ अपने घर अपने कपड़े अपने बाल नाखून के साथ-साथ अपने दिमाग की भी सफाई करनी पड़ती है और इसके लिए हमेशा हर एक काम का अभ्यास करते रहना पड़ता है। कहा भी गया है ,
करत करत अभ्यास ते जड़मति होत सुजान।
रसरी आवत जात ते सिल पर परत निशान।।
विद्यार्थी के लिए तो यह बात और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि कभी-कभी कोई विद्यार्थी मेधावी होता है कमा तो उसे लगता है कि मैं तो हर चीज को जानता हूं और फिर परीक्षा के समय थोड़ी मेहनत कर लूंगा फिर मुझे अच्छा नंबर लेने में कोई रोक नहीं सकता ऐसे लोग परीक्षा में अच्छे नंबर लाकर पास हो जाते हैं परंतु जिंदगी की परीक्षा में फेल हो जाते हैं क्योंकि इनकी प्रवृत्ति अभ्यास करने की नहीं होती है फिर भी वह कल के भरोसे पड़े रहते हैं जबकि ऐसे विद्यार्थियों के लिए कल भी नहीं आता। हितोपदेश में तो विद्यार्थियों के लिए स्पष्ट कहा गया है।
"काक चेष्टा बको ध्यानं , श्वान निद्रा तथैव च।
अल्पाहारी चा ग्य त्यागी विद्यार्थी पंच लक्षणम्।।"
(Braj Kishor Prasad Verma)
(Cheif Guest )
Director of KIDs Junior School,Tandwa

Thanksgiving you sir , for suggesting we all the Dronstudy family.
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